hridaya veena
Monday, June 30, 2014
029 तन्हाई
29 तन्हाई
ठंडी सी ये हवा में
तन्हाई में घूमते हुए हम
काश मेरी मेहबूबा रहती
नजदीक हमारी
जन्नत को ठुकराते थे हम !
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